145+ Best Mausam Shayari in Hindi | मौसम शायरी स्टेटस

Mausam Shayari in Hindi – हम में से हर किसी का एक पसंदीदा मौसम होता है, चाहे वह बारिश का मौसम हो या सर्दियों का मौसम। यहाँ बिताया गया हर सुखद क्षण आप सभी और मेरे लिए एक यादगार पल होता है। इन यादगार पलों को याद करते हुए, आज मैं आपको कुछ मौसम शायरी बताऊँगा जो इन सुखद पलों से संबंधित हैं।

जो आपके सुखद पलों को और भी मजेदार बना देगा, तो आइए चर्चा के पन्नों को यहीं समाप्त करते हैं और उन बेहतरीन 2 line mausam shayari, सुहाना मौसम कोट्स की ओर बढ़ते हैं। हिंदी में, मौसम कोट्स शायरी स्टेटस मुझे उम्मीद है आप पसंद करेंगे।

 मौसम शायरी स्टेटस

Mausam Shayari in Hindi

मौसम बदलता है तुम भी बदल गये

ये नये जमाने का इश्क़ है हम भी बदल गये

पता ना था बारिश बरसकर ऐसे रो पड़ेगी

हमनें उसे सिर्फ कहानी_दिल की सुनाई थी

मौसम का मजा तो गरीब लेते है

अमीरों को गर्मी सर्दी और

बरसात के मौसम का पता ही कहाँ चलता है

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना

लगे मैं शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे

एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी

ऐसा तो कम ही होता है वो भी हो तन्हाई भी

हँसाना नहीं बस रुलाना जनता है हाय

ये गर्मी का मौसम बस जलाना जानता है

कहानी बस इतनी सी थी तेरी मेरी

मोहब्बत की मौसम की तरह तुम

बदल गए और फसल की तरह हम बरबाद हो गए

इसमें मौसम का क्या कसूर है

जब मेरी चाहत ही मुझसे दूर है

कम से कम अपनी जुल्फे तो बाँध लिया करो

कमबख्त बेवजह मौसम बदल दिया करते हैं

Best Mausam Shayari in Hindi

कुछ अपना अंदाज है कुछ मौसम रंगीन है

तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन है

आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम

ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हम

मौसम की मिसाल दूँ या नाम लूँ तुम्हारा

कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं

बरसात के मौसम में खुद को भिगा दें

दिल बहुत रोया है आखों को भी रूला दें

अरे इतना भी मत सताओ मौसम सुहाना है

थोड़े नखरे कम करो दूर क्यूँ हो थोड़ा पास आजाओ

भूली यादों को याद कर के आज रोया हूँ

भूले जख्मो को आज फिर से म-भिगोया हूँ

तभी ठंडी के मौसम में भी लंबी चदर को तान सोया हूँ

बलखाने दे अपनी जुल्फों को हवाओं में

जूड़े बांधकर तू मौसम को परेशां न कर

मौसम का मिजाज समझ में नही आता है

यह भी इंसानों की तरह बेवफा हो जाता है

Sad Mausam Status in Hindi

रोता है खुद भी और मुझे भी_रुलाता है

मौसम यह बारिश का यादें उसकी दिलाता है

बैठे बैठे फेंक दिया है 

आतिश-दान में क्या क्या कुछ 

मौसम इतना सर्द नहीं था 

जितनी आग जला ली है 

मौसमी रंग भी कितना रंगीन होता है

ठहरता है बस कुछ वक्त के लिए

पर फिर भी ये मौसम हसीन होता है

बालकनी से बाहर आकर कर देखो ये जानेजाना

मौसम तुम से मेरे दिल की बात कहने आया है

कुछ तो हवा भी सर्द थी 

कुछ था तेरा ख़याल भी

दिल को ख़ुशी के साथ साथ 

होता रहा मलाल भी

मौसम की तरह इंसान नही बदलते है

मौसम बदलने का पता चल जाता है

मगर इंसान के बदलने का पता बड़ी देर में चलता है

बेईमान_मौसम से पूछो कुछ हरकत कर रहा है

बताता नहीं क्या ये मेरे हमसफर से डर रहा है

यूँ ही शाख से पत्ते गिरा नहीं करते

बिछड़ के लोग भी ज्यादा जिया नहीं करते

जो आने वाले हैं मौसम उनका एतराम करो

जो दिन गुजर गए उनको गिना नहीं करते

जिसके_आने से मेरे ज़ख्म भरा करते थे

अब वो मौसम मेरे ज़ख्मो को हरा करते हैं

आप बदले है मौसम की तरह हम नहीं

आज भी उतना ही प्यार करते है 

आपसे ज़रा सा भी ये हुआ कम नहीं

Mausam Shayari in Hindi

हँसाना नहीं बस रुलाना_जानता है

ये मौसम भी ना बस औरों को फसाना_जानता है

नीचे गिरे पत्ते भी सुख जाया करते है

सर्दी के मौसम में जोड़े भी रूठ जाया करते है

मौसम सर्द ही सही दिल का आहों से मगर

तेरे ख्यालों से आज भी पिघल जाते हैं हम

तब्दीली जब आती है मौसम की अदाओं में

किसी का यूँ_बदल जाना बहुत ही याद आता है

मौसम की मिसाल दूँ या नाम लूँ तुम्हारा

कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं

बाहर के मौसम से यूँ भी बेखबर होया न कर

किसी की यादों में यूँ भी दिन-रात खोया न कर

ये मौसम कितना प्यार है

खूबसूरत कितना यह नजारा है

इश्क़ करने का गुनाह हमारा है

मेरे सीने में धड़कता दिल तुम्हारा है

उदास जिन्दगी लगती है

उदास वक़्त लगता है

उदास ये मौसम लगता है

जब उदास तू लगता है

आज मौसम भी बड़ी बेईमानी कर रहा है

खुद तो अच्छे से देख रहा है उन्हें

पर म देखूं तो परेशानी कर रहा है

Mausam Quotes in Hindi

उदास ज़िन्दगी उदास वक्त, उदास मौसम

कितनी चीज़ों पे इल्ज़ाम लग जाता है 

तेरे बात न करने से

पतझड़ में सिर्फ पत्ते_गिरते हैं

नज़रों से गिरने का कोई मौसम नहीं होता

मौसम का कुछ ऐसा खुमार है मन करता

चीख कर कह दू हमको तुमसे बहुत प्यार है

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे

मौसम शायरी और स्टेटस

जब बेवफाई का मौसम आता है

बात करने का लहजा बदल जाता है

बिखरी ज़ुल्फ़ों ने सिखाई मौसमों को शाइ’री 

झुकती आँखों ने बताया मय-कशी क्या चीज़ है 

उस को भला कोई कैसे गुलाब दे

जिसके आने से बारिश का मौसम

और गुलाबी हो जाता है

दिल खुश हो जाता था जिसके मुस्कुराने से

ये मौसम बेरंग हो गया है उसके छोड़ जाने से

बदलते लोग बदलते रिश्ते और बदलता मौसम

चाहे दिखाई ना दे मगर महसूस जरूर होते हैं

Suhana Mausam Quotes in Hindi for Instagram

प्यार करने का मौसम नहीं आता हैं

पर जब तुम सामने आते हो तो 

हर मौसम मजेदार बन जाता हैं

मौसम का रुख बदल रहा है

मेरा मन_मचल रहा है

कहता है मेहबूब से मिल ले

अब दिल नहीं संभल रहा है

दीदार हुआ है तुम्हारा तो दिल यादों में

तेरी जागने लगा जब से मिला हूं मैं तुझ

से ये मौसम सुहाना लगने लगा

सर्द मौसम में आग लगाया ना करों

बाजार में जुल्फों को लहराया ना करों

मौसम गए सुकून गया ज़िन्दगी गई 

दीवानगी की आग में क्या-क्या गया न पूछ

सुहाने मौसम से मैं आज भी डरता हूँ

उसे भूलने की कोशिश आज भी करता हूँ

मोहब्बत करने का कोई मौसम नही

होता है, इस जमाने में कोई बेवफा

हो जाएँ तो गम नही होता है

सर्दी में दिन सर्द मिला 

हर मौसम बेदर्द मिला 

Mausam Shayari 2 Line Hindi

जैसा मूड हो वैसा मंज़र होता है 

मौसम तो इंसान के अंदर होता है 

मोहब्बत करने का कोई मौसम नही होता है

इस जमाने में कोई बेवफा हो जाएँ तो गम नही होता है

कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में

चलते-चलते अपनी यादों को रोको मेरे

शहर में बारिश हो रही है

मौसम की तरह बदलना तुम्ही ने सिखाया है

तभी तो आज ये चाँद तेरे लिए नहीं

तेरी दोस्त के लिए आया है

मौसम का खुमार ऐसा है कि दिल_बस यही कहे जाये

एक कप चाय के साथ एक प्लेट_पकोड़े हो जाये 

माना बरसता भीगता, मौसम है कमज़ोरी

मेरी लेकिन मैं ये सावन घटा और बादल

तुम्हारे नाम करता हूँ

मेरे पास से उठ कर वो उस का जाना 

सारी कैफ़िय्यत है गुज़रते मौसम सी 

रुका हुआ है अज़ब धुप छाँव का मौसम

गुज़र रहा है कोई दिल से बादलों की तरह

Romantic Mausam Par Shayari Hindi Me

मौसम का रुख बदल रहा है

मेरा मन मचल रहा है

कहता है मेहबूब से मिल ले

अब दिल नहीं संभल रहा है

काश तुझे_सर्दी के मौसम मे लगे मुहब्बत की ठंड

और तू तड़प कर माँगे मुझे_कम्बल की तरह

सुहाने मौसम से मैं आज भी डरता हूँ

उसे भूलने की कोशिश आज भी करता हूँ

धूप भी खुल के कुछ नहीं कहती

रात ढलती नहीं थम जाती है

सर्द मौसम की एक दिक्कत है

याद तक जम के बैठ जाती है

जो मजा आपके इन्तजार में है

वो कहाँ मौसम-ए-बहार में है

बहोत ही हसीं मौसम था वो थी और

थी चाय मोहब्बत लाज़मी थी बचने

का न था कोई भी उपाय

मौसम ने बनाया है निगाहों को शराबी

जिस फूल को देखूं वो ही पैमाना हुआ है

ये हंसी मौसम ये नज़ारे ये बारिश ये हवाएं

लगता है मोहब्बत ने फ़िर किसी का  साथ दिया है

मौसम हुआ सुहाना दिल हुआ_गुलजार हो गए

मुस्कुराए वो और हम कर्जदार हो गए

हर किसी के जीवन में एक ऐसा वक़्त आता है

जिसे दिल से चाहों वो मौसम की तरह बदल जाता है

मौसम पर शायरी

जब से तेरे_ख़याल का मौसम हुआ है दोस्त

दुनिया की धूप-छाँव से आगे निकल गये

खयालों में वो हमारे साथ है ऐसा कहने में

कोई हर्ज नहीं मौसम तो आज भी सुहाना है

तन्हाई से बड़ा कोई मर्ज नहीं

जो उन मासूम आँखों ने दिए थे 

वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ 

भला किसने जाना हैं बदलते हुए मौसम का मिजाज

उसको चाहों तब समझ पाओगे फितरत उसकी

Shayari on Mausam

मस्त मौसम दिल में बहार_लाता है

बिछड़े हुए जोड़े को फिर से मिलाता है

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था 

इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था 

जब तुम यूँ मुस्कुराते हुए आते हो

तो संग मौसम बाहर का लाते हो

पतझड़ में सिर्फ पत्ते गिरते हैं नज़रों

से गिरने का कोई मौसम नहीं होता

कुछ तो तेरे_मौसम ही मुझे रास कम आये

और कुछ तेरी मिटटी में बगावत भी बहुत थी

दूर जाकर भी मुझे तुम कितना सताते हो

इस सर्द मौसम में तुम बहुत याद आते हो

Romantic Mausam Shayari Hindi Me

हमें क्या पता था ये मौसम यूँ रो पड़ेगा

हमने तो आसमां को बस अपनी दास्ताँ सुनाई है

मौसम को मौसम की बहारों ने लूटा

हमे कश्ती ने नहीं किनारों ने लूटा

सुहाने से मौसम में रूहानी सी बात कह गई

उससे प्यार नही करना था मगर प्यार हो गई

टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है

ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीँ होता

शहर में बिखरी हुई हैं ज़ख्म-ए-दिल की खुशबुएँ

ऐसा लगता है के दीवानों का मौसम आ गया

दिन छोटे और रातें लम्बी हो चली है

मौसम ने यादों का वक्त बढा दिया

यूँ ही शाख से पत्ते गिरा नहीं करते

बिछड़ के लोग भी ज्यादा जिया नहीं करते

जो आने वाले हैं मौसम उनका एहतराम करो

जो दिन गुजर गए उनको गिना नहीं करते

प्यार करने का मौसम नहीं आता हैं

पर जब तुम सामने आते हो तो हर

मौसम मजेदार बन जाता हैं

वही पर्दा वही खिड़की वही मौसम वही आहट 

शरारत है शरारत है शरारत है शरारत है

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Mausam Par Shayari Status

तेरे इंतजार का मजा ही कुछ और है

अरे उसके आगे तो तेरे इस मौसम

का मजा भी कमजोर है

टूटे दिल से मत पूछों कौन-सा मौसम अच्छा लगता है

जब वो साथ होता है तो हर मौसम अच्छा लगता है

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे 

मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे 

मौसम की तरह बदलना 

तुम्ही ने सिखाया है

तभी तो आज ये चाँद 

तेरे लिए नहीं 

तेरी दोस्त के लिए आया है

महबूब के बिना हर मौसम उदास सा लगता है

महबूब हो पास तो हर मौसम ख़ास सा लगता है

मेरे दिल को तोड़कर तू मिलने का बहाना न कर

दर्द हमने बहुत सहे है इस मौसम को सुहाना न कर

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं इक शाम चुरा लूँ अगर बुरा ना लगे

डूबना है तो इतने सुकून से डुबो कि

आस-पास के लहरों को पता ना लगे

कुछ दर्द कुछ नमी कुछ बातें जुदाई की

गुजर गया ख्यालों से तेरी याद का मौसम

हर मौसम का स्वभाव बदलना है

मानव का स्वभाव प्रेम पथ पर चलना है

Mausam ki Shayari 2026

धुप सा रंग है और खुद है वो छाँवो जैसा 

उसकी पायल में बरसात का मौसम छनके क़तील शिफ़ाई

सर्द मौसम में छनी हुयी धुप सी लगते हो

कोई बादल हरे मौसम का फ़िर ऐलान करता है

ये मौसम कितना प्यार है

खूबसूरत कितना यह नजारा है

इश्क़ करने का गुनाह हमारा है

मेरे सीने में धड़कता दिल तुम्हारा है

शहर में बिखरी हुई हैं ज़ख्म-ए-दिल

की खुशबुएँ ऐसा लगता है 

के दीवानों का मौसम आ गया

महबूब के बिना हर मौसम उदास सा लगता है

महबूब हो पास तो हर मौसम ख़ास सा लगता है

मेरे दिल को तोड़कर तू मिलने का बहाना न कर

दर्द हमने बहुत सहे है इस मौसम को सुहाना न कर

आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया

ख़त्म सभी का इंतज़ार हो गया

बारिश की बूंदे गिरी इस तरह से लगा 

जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया

तुम मौसम की तरह बदल रही हो

मैं फसल की तरह बरबाद हो रहा हूँ

तुम्हारे चेहरे का मौसम बड़ा सुहाना लगे

मैं थोडा लुफ्त उठा लू अगर बुरा न लगे

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